प्रे� विज्ञप्त�

भारत व्यापा� समझौते पर वार्ता फि� से शुरू, ब्रिटे� की विका� योजन� को मिलेगा बढ़ावा

यूके-भारत मुक्� व्यापा� वार्ता फि� से शुरू की जा रही है, जिसमें व्यापा� और उद्योग सचिव की भारत यात्रा शामि� है�

Jonathan Reynolds and Piyush Goyal in New Delhi.

  • यूके-भारत व्यापा� वार्ता आज नई दिल्ली मे� शुरू, व्यापा� और उद्योग सचिव जोनाथन रेनॉल्ड्� वाणिज्� मंत्री पीयू� गोयल से करेंगे मुलाका�

  • समझौते का उद्देश्य आर्थिक विका� को बढ़ावा देना और 2028 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाली भारती� अर्थव्यवस्था को अधिक ब्रिटि� व्यवसायो� के लि� सुलभ बनान� है

  • निवे� को आकर्षि� करने के लि� वित्ती� राजधानी मुंब� और तकनीकी केंद्र बेंगलुरु मे� निवे� मंत्री पॉपी गुस्ताफस� करेंगी पह�

यूके-भारत व्यापा� समझौते पर वार्ता की पुनः शुरुआत आज [सोमवार 24 फरवरी] होगी, जब यूके के मंत्री भारत पहुंचक� इस विशा� आर्थिक अवसर पर चर्च� करेंगे, जिसस� विका� एजेंडा को मजबूती मिलेगी�

अगले पांच वर्षों मे� भारत के G20 मे� सबसे तेज़ विका� दर वाली अर्थव्यवस्था बनने का अनुमान है और 2028 तक यह दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। 2035 तक भारत मे� अनुमानित 9.5 करोड� मजबू� मध्यवर्ग होगा, जिसस� ब्रिटि� व्यवसायो� के लि� भारती� उपभोक्ताओं को अपने उत्पाद बेचन� के अधिक अवसर मिलेंगे।

भारत जैसी विशा� वैश्वि� अर्थव्यवस्थाओं के सा� व्यापा� समझौते को सुरक्षित करना यह दर्शात� है कि यूके स्वतंत्र और निष्पक्ष व्यापा� को बढ़ावा देने के लि� प्रतिबद्� है� यह सरका� ब्रिटि� लोगो� के लि� नौकरियों, समृद्ध� और वास्तविक परिवर्तन का समर्थन करने के लि� ‘प्लान फॉ� चेंज� के तह� कद� उठ� रही है�

व्यापा� और उद्योग सचिव जोनाथन रेनॉल्ड्� ने कह�:

भारत, जो जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाला है, के सा� व्यापा� समझौता करना एक स्पष्ट निर्णय है और यह मेरे और इस सरका� के लि� सर्वोच्च प्राथमिकता है� यही कारण है कि मै� हमारी शीर्� वार्ताका� टी� के सा� नई दिल्ली जा रह� हू� ताकि इन वार्ताओं को फि� से पटरी पर लाने के प्रत� अपनी प्रतिबद्धत� दिखा सकूं�

केवल एक व्यावहारिक सरका� ही वह आर्थिक विका� और स्थिरत� ला सकती है जिसकी ब्रिटि� जनता और ब्रिटि� व्यवसायो� को जरूर� है, और यह ‘प्लान फॉ� चेंज� के तह� हमार� लक्ष्य है�

भारत के सा� हमारी व्यापा� वार्ताओं मे� विका� प्रमुख सिद्धांत रहेग� और मै� इस गतिशी� बाजा� मे� उपलब्ध अवसरों को लेकर उत्साहित हूँ।

दोनो� देशो� के व्यापा� मंत्री एक आधुनिक आर्थिक समझौते पर बातची� शुरू करेंगे, जिसमें दो दिनो� तक केंद्रित चर्च� होगी � यह पहली बा� है जब इस सरका� के तह� दोनो� वार्ताका� टीमे� औपचारि� रू� से एक ही टेबल पर बैठक� बातची� करेंगी�

स्टैंडर्� चार्टर्ड यूके के सीईओ और हे�, क्लाइं� कवरे� यूके, सै� मलिक ने कह�:

हम दुनिया के सबसे गतिशी� और तेज़ी से बढ़त� बाजारो� मे� से एक के सा� व्यापारि� संबंधो� को मजबू� करने के प्रयासों का हार्दि� स्वागत करते हैं। भारत मे� 160 से अधिक वर्षों से का� कर रह� एक अग्रणी वैश्वि� बैंक के रू� मे�, ब्रिटि� व्यवसायो� के लि� यहां अपार संभावनाए� हैं।

चाहे वह भारत के बढ़त� उपभोक्ता बाजा� तक बेहत� पहुं� हो, विनिर्मा�, बुनियादी ढांच� और नवाचार मे� अवसर हो�, या फि� वित्ती� और व्यावसायिक सेवाओं मे� सहयो� हो, व्यापा� वार्ताओं की पुनः शुरुआत यूके-भारत गलियार� मे� व्यापा�, निवे� और समृद्ध� को और अधिक बढ़ाने का मार्� प्रशस्� कर सकती है�

यूके इंडिया बिजनेस काउंसि� के चेयर रिचर्ड हील्� ने कह�:

यूके सरका� की यह यात्रा भारत के सा� एक नई महत्वाकांक्षी और भविष्य-केंद्रित व्यापा� और निवे� साझेदारी के प्रत� उसकी प्रतिबद्धत� को दोहराती है�

हम यूके-इंडिया मुक्� व्यापा� समझौता (एफटी�) वार्ताओं मे� हु� प्रगति को देखक� प्रसन्� हैं। एफटी� की सफलत� विश्� की पाँचवी� और छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के लि� आग� आर्थिक वृद्धि को समर्थन देगी� यह अन्य क्षेत्रो� मे� भी सहयो� को गत� देगी� सबसे महत्वपूर्ण बा�, यह संके� देगा कि यूके और भारत रणनीति� साझेदा� हैं। यह वास्तव मे� यूके-इंडिया साझेदारी का एक रोमांच� अध्याय है�

वार्ताएँ ऐस� सम� मे� खुलेंगी जब भारती� व्यापा� और कारीगर दिल्ली के राष्ट्री� क्राफ्ट्� म्यूजियम की संयुक्� यात्रा पर होंगे। वे बीटी इंडिया के गुरुग्रा� कार्यालय का भी दौरा करेंगे � जो भारत मे� यूके के सबसे बड़े नियोक्ताओं मे� से एक है � ताकि यह प्रत्यक्� रू� से देखा जा सक� कि कैसे यूके की तकनी� और भारती� प्रतिभ� वैश्वि� चुनौतियो� को हल करने मे� सहायता कर रह� हैं।

इस यात्रा के एक भा� के रू� मे�, निवे� मंत्री पॉपी गुस्ताफस� मुंब� और बेंगलुरु, जो दे� के दो प्रमुख व्यावसायिक केंद्र है�, मे� निवेशकों को संबोधि� करेंगी और यूके को भारती� व्यवसायो� के लि� निवे� के लि� सबसे अच्छ� और सबसे जुड़� हु� स्था� बताएंगी�

भारत लगातार पाँच वर्षों तक परियोजनाओं की संख्या के मामल� मे� यूके मे� प्रत्यक्� विदेशी निवे� (एफडीआई) का दूसर� सबसे बड़ा स्रो� रह� है� मूल्� के संदर्भ मे�, नवीनत� आंकड़ो� से पत� चलता है कि 2023 के अं� मे� निवे� स्टॉ� मे� वर्ष-दर-वर्ष 28% की वृद्धि हुई।

वह व्यवसायो� से कहेंगी कि भारती� निवेशकों के लि� यूके का प्रस्ताव पहले कभी इतना मजबू� नही� रह�, क्योंक� सरका� आर्थिक स्थिरत� को बहाल करने और “प्लान फॉ� चेंज� के हिस्से के रू� मे� निवेशकों के विश्वा� को बढ़ाने के लि� प्रयासरत है�

यूके और भारत वर्तमा� मे� क्रमशः वैश्वि� स्तर पर छठी और पाँचवी� सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएँ है�, जिनक� बी� £41 बिलियन मूल्� का व्यापारि� संबं� है और जो दोनो� देशो� मे� 600,000 से अधिक नौकरियों का समर्थन करता है�

एक व्यापा� समझौता यूके के सभी क्षेत्रो� और राष्ट्रो� मे� व्यवसायो� और उपभोक्ताओं के लि� नए अवसर खो� सकता है, नौकरियों का समर्थन कर सकता है, मजदूरी बढ़ा सकता है और सरका� की आगामी औद्योगिक रणनीति मे� पहचाने गए उच्च-विका� क्षेत्रो� � जैसे उन्न� निर्मा�, स्वच्छ ऊर्ज�, वित्ती� सेवाएँ और व्यावसायिक सेवाएँ � को मजबूती प्रदान कर सकता है�

संपादकों के लि� नोट्�

  • जीडीपी के आंकड़े से लि� गए है�

  • एफडीआई परियोजना संख्या डीबीटी इनवर्ड इन्वेस्टमेंट परिणाम 2023/24 से प्राप्� की गई है

  • एफडीआई स्टॉ� मूल्यो� के स्रो� है�

  • व्यापा� मूल्यो� के स्रो� है�

  • दोनो� देशो� मे� निवे� द्वारा समर्थि� नौकरियों के आंकड़े ग्रांट थॉर्नट� से प्राप्� कि� गए है�

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प्रकाशित 23 फरवरी 2025