ब्रिटे� और उड़ीसा की भागीदारी
पूर्वी भारत हेतु ब्रिटि� उप-उच्चायुक्त स्कॉ� फर्सेडॉन-वु� द्वारा ‘ब्रिटेन और उड़ीसा की साझेदारी� विषय पर आयोजित सेमिना� के उद्घाट� मे� दि� गए भाषण की लिखि� प्रतिलिपि।

सम्मानित अतिथिग�, देवियो तथ� सज्जनो,
यहां भुवनेश्व� मे� आप सब के सा� होना मेरा सौभाग्� है� मै� पूर्वी भारत के लि� ब्रिटे� का उप-उच्चायुक्त केवल चा� मा� पहले से हू� और महान राज्� उड़ीसा का यह मेरा पहला दौरा है� यह उन तेरह राज्यो� मे� एक है जहां मै� ब्रिटि� सरका� का प्रतिनिधित्व करता हू�, लेकि� यह उनमे� से पहला है जिनक� मैंन� दौरा किया और जिसक� विषय मे� जानक� मै� बहुत रोमांचित अनुभ� कर रह� हूं।
यह एक ऐस� स्था� है जिसक� अपना एक समृद्ध इतिहास है और सचमु� जिसे अपने स्वर्णिम अती� पर गर्व है� लेकि� भारत के एक बेहत� प्रशास� को धन्यवा� जिसकी वज� से इस राज्� का एक उज्ज्व� भविष्य है�
उड़ीसा मे� जो चीजे� है�: आधारभू� ढांच� तथ� उद्योग, कौशल तथ� शिक्षा� आज उड़ीसा के प्राकृति� संसाधन और इसके लोगो� मे� वे अद्भुत संभावनाए� निहि� मानी जाती है�, जो पहले कभी नही� थी�
और इसलि�, पहले से ज्यादा, व्यापा� के लि� उड़ीसा एक बढ़िय� स्था� बन गय� है� और यही कारण है कि मै� इस सप्ताह सत्र� ग्रे� ब्रिटि� कंपनियों को अपने सा� लाया हू� जिनक� लक्ष्य केवल व्यापा� करना है� यह उन ब्रिटि� व्यापा� प्रतिनिधिमंडलो� मे� सबसे बड़� है जिन्होंन� इससे पूर्� उड़ीसा का भ्रम� किया है� इनमे� से कु� कंपनियां तो पूर्� से ही उड़ीसा मे� व्यापा� कर रही है� और इस� बढ़ान� चाहती हैं। कु� कंपनियों को यहां पहली बा� व्यापा� करने की आश� है� इनमे� सभी यहां के आश्चर्यजनक अवसरों को पहचानत� है� और मानत� है� कि वे अपने विश्वस्तरी� उत्पाद और सेवाओं द्वारा उड़ीसा के भविष्य मे� एक भूमिका निभा सकती हैं।
बेशक, उड़ीसा ने अपने हिस्से की चुनौतियो� का सामन� किया है� और इनमे� से हा�-फिलहाल की एक चुनौती- भयान� चक्रवा�, जिसन� अक्टूब� मे� यहां के तटी� क्षेत्रो� को प्रभावित किया और आज भी इसके अस� को महसू� किया जा सकता है� फैलि� चक्रवा� से संपत्त� और बुनियादी ढ़ांच� को हु� व्यापक नुकसान को पूरा करने मे� अभी सम� लगेगा। इस क्षेत्� मे� उड़ीसा सरका� सर्वोत्त� कार्� कर रही है� और आज सुबह यहां आन� से पहले मैंन� ब्रिटि� सरका� द्वारा आर्थिक सहायता प्राप्� कई स्वयंसेवी संगठनो� से मुलाका� की, जो इस क्षेत्� मे� सर्वोत्त� कार्� कर रह� हैं। उड़ीसा के लो� दृ� तथ� प्रब� इच्छाशक्ति के धनी है� और राज्� पूर्णरूप से उनका उत्साह बढ़� रह� है�
इस सप्ताह हमलो� यहां उस अभियान के सिलसिल� मे� एकत्� हु� है�, जिसे हमने ग्रे� अभियान (ग्रे� कैम्पे�) का ना� दिया है� हमें अपने अती� पर गर्व है और हम अपने भविष्य के प्रत� आश्वस्� हैं। तथ� हम अपनी उन उपलब्धियों का जश्न मनान� चाहत� है� जिनकी वज� से यूनाइटेड किंगडम ‘ग्रेट� बन� है�
ब्रिटि� व्यापा�-परिदृश्य- जिसमें वृहत तथ� लघ� क्षेत्� सम्मिलित है�,- तथ� इस� संचालि� करने वाले तत्व- उद्यमिता, मौलिकत� तथ� नवोन्मेष इसके महत्वपूर्ण भा� हैं। हमें अपने उद्यमियो� पर गर्व है: सर रिचर्ड ब्रैनस� ऑफ वर्जिन, फैशन डिजाइन� सर पॉ� स्मि� तथ� डायस� वैक्यू� क्लीनर जैसे क्रांतिकारी घरेल� उत्पाद का आविष्कार करने वाले जेम्� डायस� जैसे लो� हमार� सम्मानित उद्यमी हैं। हमें अपने डिजायनरो� पर गर्व है: आपमे� से जो लो� आज आइपै� या आइफो� का उपयो� कर रह� है�, शायद नही� जानत� हो� कि यह एक ब्रिटि� डिज़ाइन�- सर जोनाथन ईव की अभिकल्पन� है�
हम इस तथ्य के प्रत� भी गौरवान्वित है� कि विश्� के सर्वाधिक वाणिज्� उपयुक्� क्षेत्रो� मे� ब्रिटे� एक है- जि� कारण, मुझे यह कहते हु� खुशी हो रही है कि भारत ने संपूर्� यूरोपियन यूनियन के देशो� मे� कि� गए निवे� से ज्यादा केवल ब्रिटे� मे� निवे� किया है� ब्रिटे� मे� व्यापा� की स्थापन� मे� केवल 13 दिनो� का सम� लगता है� जी8 देशो� मे� हमार� कॉरपोरेट-कर सबसे कम है: 2015 तक यह जी20 देशो� मे� भी सबसे कम होगा� ये कु� उन कारणों मे� से एक है जिसकी वज� से अमेरिक� को छोड़क� ब्रिटे� अन्य किसी भी दे� से ज्यादा प्रत्यक्� विदेशी निवे� आकर्षि� करता है� इसलि� स्वाभावि� तौ� पर, अग� आप वैश्वि� होना चाहत� है� तो इसके लि� ब्रिटे� ही उपयुक्� स्था� है�
मुझे यह जानक� खुशी हु� कि भुवनेश्व� की एक स्थानी� कंपनी ने कु� मा� पूर्� ब्रिटे� मे� अपना व्यापा� स्थापि� किया है� मै� आश्वस्� हू� कि अन्य भी उसका अनुसरण करेंगे� अग� यहां उपस्थि� आपमे� से को� भी अपने व्यापा� का विदेशो� मे� विस्ता� करना चाहत� है� तो मै� आपको ब्रिटे� के बारे मे� सोचन� के लि� प्रोत्साहि� करना चाहत� हूं। ब्रिटि� व्यापा� और निवे� क्षेत्� से संबद्ध मेरे सहयोगियो� को भी आपकी मद� करने मे� बहुत प्रसन्नत� होगी�
देवियो और सज्जनो,
ब्रिटे� और भारत के मध्य व्यापा� मे� जबर्दस्त वृद्धि हो रही है� हमलो� दोनो� देशो� के अपने प्रधानमंत्रियो� द्वारा 2010 मे� स्थापि� कि� गए 2015 तक आपसी व्यापा� को दोगुना करने के लक्ष्य को पूर्� करने की दिशा मे� प्रगति कर रह� हैं। और दोनो� पक्षों से निवे�-प्रक्रिय� मे� भी वृद्धि हो रही है� बीपी और वोडाफो� जैसी ब्रिटि� कंपनियों ने भारत मे� विशा� निवे� किया है� अब भारत मे� ब्रिटे� तीसर� सबसे बड़� निवेशकर्ता तथ� ब्रिटे� मे� भारत पांचवा� सबसे बड़� निवेशकर्ता है� हमार� देशो� के मध्य सुदृ�, विस्तृ� तथ� गह� संबंधो� का एक महत्वपूर्ण भा� व्यापा� तथ� निवे� भी है�
- ब्रिटे� तथ� भारत के समान हि� हैं। एक शांतिपूर्ण, समृद्ध तथ� न्यायपूर्ण विश्व। एक नियम-आधारित वैश्वि� व्यवस्था�
- लोकतंत्र, मानवाधिकार, बहुलतावा� और समावेशी विका� के प्रत� गह� प्रतिबद्धत� मे� हम सहभागी हैं।
- इतिहास, मूल्यो� तथ� भाषा� क्षेत्� मे� भी हम सहभागी हैं। हमार� समान प्रशास�-तंत्� और हमारी एक जैसी विनोदप्रियता भी है�
- हम दोनो� पक्ष दोनो� देशो� के मध्य साझेदारी को और भी गह� बनान� के लि� प्रतिबद्� हैं। हमार� प्रधानमंत्री ने 2010 मे� कार्यभार संभालन� के सम� से अबतक किसी भी अन्य दे� से अधिक, भारत के ती� दौरे कि� हैं।
- हमलो� अपने नागरिकों के हितो� से संबद्ध लगभग सभी मुद्दो� पर सा� मिलक� कार्� करते हैं।
हमार� लक्ष्य ब्रिटे� तथ� भारत के आपसी संबंधो� को अधिक सुदृ�, विस्तृ� तथ� गह� बनान� भी है� और हम इन क्षेत्रो� मे� प्रगति दे� भी रह� हैं। लेकि� मै� सोचत� हू� कि हम और भी बेहत� कर सकते है� और हमें करना भी चाहिए। हमारी आपसी साझेदारियो� के आधार पर हमें और भी महत्वाकांक्षी होना चाहिए।
भारत की रणनीति का लक्ष्य आमूल-चू� परिवर्तन करना है: समन्वि� विका� जो सभी नागरिकों के हि� मे� हो� इस लक्ष्य को प्राप्� करने के लि� भारत के प्रयत्नो� मे� ब्रिटे� एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है:
- भारत को अपने नागरिकों की आकांक्षा के अनुसार दे� का निर्मा� करने के लि� आंतरिक निवे� की आवश्यकता है: निवे� पूंजी जुटाने और उपलब्ध करने मे� ब्रिटे� को विशेषज्ञता प्राप्� है�
- भारत को आधारभू� निर्मा� की आवश्यकता है: सड़के�, मैट्रो, रेलव�, बंदरगा�, हवाई-अड्ड�: आधारभू� निर्मा� क्षेत्� मे� ब्रिटि� कंपनियां वास्तविक सामर्थ्य रखती हैं।
- भारत को नय� शह� बसान� तथ� वर्तमा� शहरो� के सफलतापूर्व� विस्ता� का प्रबंध करने की आवश्यकता है: ब्रिटे� के पा� विश्� के सर्वश्रेष्� नग�-नियोजनकर्त� तथ� वास्तुका� हैं।
- भारत उच्च गुणवत्ता का सबसे बड़� उत्पाद�-क्षेत्� बनान� चाहत� है: ब्रिटे� को उच्च तकनी� के उत्पाद� क्षेत्� मे� विशेषज्ञता हासि� है�
- भारत को ऊर्ज� की आवश्यकता है, दोनो� स्रोतो� से- परंपरागत स्रो� जैसे ते� और गै� से तथ� नवीकरणी� स्रोतो� जैसे वायु तथ� सौ� ऊर्ज� से: ब्रिटे� ऊर्ज�-परिक्षेत्र मे� विश्वस्त� की कंपनियों की केन्द्� स्थली है�
- भारत अपने उन 50 करोड़ युवा लोगो� को शिक्षि� करना चाहत� है जो अगले दस वर्षों मे� श्रम बाजा� मे� प्रवेश करने वाले है�: हमार� पा� इसके लि� उत्कृष्ट शिक्षा और दक्षता प्रदात� हैं।
- भारत अपने एक अर� २० करोड़ लोगो� के लि� बेहत� स्वास्थ्�-सुविधाएं जुटाना चाहत� है: स्वास्थ्� तथ� औषधि के क्षेत्� मे� ब्रिटे� सर्वोत्त� विशेषज्ञताएं रखता है�
- अग� भारती� व्यापारी वैश्वि� स्तर पर आन� चाहत� है� तो उन्हें विश्वस्तरी� सेवाओं की जरूर� होगी जो ब्रिटे� प्रस्तावित करता है: बैंकिं�, लेखा, बीमा तथ� कानू� क्षेत्� में।
- भारत विश्�-बाजा� तक अपनी पहुं� बनान� चाहत� है� विश्� के एक� सर्वाधिक विशा� बाजा�- यूरोपियन यूनियन तक पहुं� के लि� ब्रिटे� एक सर्वाधिक उपयुक्� आधार है; तथ� लंदन शह� एव� इसके स्टॉ�-एक्सचेंज की व्यापारि� दुनिया द्वारा भी यह सबसे बेहत� व्यापारि� स्थल है�
इसलि�, जो चीजे� भारत को चाहि� और चीजे� ब्रिटे� प्रस्तावित करता तथ� जो ब्रिटे� को चाहि� और भारत प्रस्तावित करता है- इनमे� बड़ी निकट की संगत� है� आग� आन� वाले वर्षों मे� एक दीर्घकालिक मजबू� भागीदारी के लि� यह एक बेहतरी� आधार होगी�
इस साझेदारी को विकसित करने के लि� उड़ीसा एक सर्वोत्त� स्था� है� कु� क्षेत्रो� मे� हमारी बेहतरी� साझेदारिया� पहले से मौजू� है- शिक्षा, संस्कृति, विका� तथ� ज्यादा से ज्यादा � व्यापा� के क्षेत्� में। मै� आश्वस्� हू� कि आज हमार� सा� यहां मौजू� ब्रिटि� कंपनियां नए अवसरों का अन्वेष� करेंगी और नयी साझेदारिया� विकसित करेंगी� सा� का� करते हु�, हम यह सुनिश्चि� कर सकते है� कि ब्रिटे�/ उड़ीसा साझेदारी के सबसे अच्छ� दि� बस अब आन� ही वाले है�, और उड़ीसा तथ� यहां के लोगो� का भविष्य उतना ही उज्ज्व� है जैसा इस� होना चाहिए।
धन्यवा�!